रो पड़ी वो पगली आज अलविदा कहते कहते

रो पड़ी वो पगली आज अलविदा कहते कहते,
जो कभी मेरी शरारतों पर देती थी धमकिया जुदाई की..!!
BHAGI JAT

Comments

Popular posts from this blog