अंधेरे अब नहीं डसते उजाले वार करते हैं

अंधेरे अब नहीं डसते उजाले वार करते हैं,
वो दुश्मन भी नहीं करते जो मेरे यार करते हैं..!!
BHAGI JAT

Comments

Popular posts from this blog