तू जिंदगी को जी

तू जिंदगी को जी,
उसे समझने की कोशिश न कर,

सुन्दर सपनो के ताने बाने बुन,
उसमे उलझने की कोशिश न कर,

चलते वक़्त के साथ तू भी चल,
उसमे सिमटने की कोशिश न कर,

अपने हाथो को फैला, खुल कर साँस ले,
अंदर ही अंदर घुटने की कोशिश न कर,

मन में चल रहे युद्ध को विराम दे,
खामख्वाह खुद से लड़ने की कोशिश न कर,

कुछ बाते भगवान् पर छोड़ दे,
सब कुछ खुद सुलझाने की कोशिश न कर,

जो मिल गया उसी में खुश रह,
जो सुकून छीन ले वो पाने की कोशिश न कर,

रास्ते की सुंदरता का लुत्फ़ उठा,
मंजिल पर जल्दी पहुचने की कोशिश न कर..!!
BHAGI JAT

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