डूबे हुओं को हमने ‪‎बिठाया‬ था अपनी ‪कश्ती‬ में यारो

डूबे हुओं को हमने ‪‎बिठाया‬ था अपनी ‪कश्ती‬ में यारो,
और फिर,
कश्ती का बोझ कहकर हमे ही ‪‎उतारा‬ गया..!!
BHAGI JAT

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