अगर लफ्ज़ों में कर सकते बयान इंतेहा-ए-दर्द-ए-दिल

अगर लफ्ज़ों में कर सकते बयान इंतेहा-ए-दर्द-ए-दिल,
लाख तेरा दिल पत्थर का सही,
कब का मोम कर देते..!!
BHAGI JAT

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