सजने लगा है मेरा गम मेरे चेहरे पे इस क़दर

सजने लगा है मेरा गम मेरे चेहरे पे इस क़दर,
आँखें भी बिना आंसुओं के अब सूनी लगती हैं..!!
BHAGI JAT

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