एक नजर भी देखना गंवारा नहीं उसे

एक नजर भी देखना गंवारा नहीं उसे,
जरा भी ऐहसास हमारा नहीं उसे,
वो साहिल से देखते रहे डुबना हमारा,
हम भी खुदार थे पुकारा नहीं उसे..!!
BHAGI JAT

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