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Showing posts from December, 2018

मंजिल बदले या बदले वक़्त

मंजिल बदले या बदले वक़्त , हम तो हमारा मुकाम जरूर पायेंगे, जो समझते है खुद को बादशाह, उसे एक दिन तो, हमारे दरबार मे जरूर नचाएंगे..!! BHAGI JAT

तू अपनी खूबियां ढूंढ

तू अपनी खूबियां ढूंढ , कमियां निकालने के लिए लोग हैं,       अगर रखना ही है कदम तो आगे रख, पीछे खींचने के लिए लोग हैं,                              सपने देखने ही है तो ऊंचे देख, निच...