मंजिल बदले या बदले वक़्त
मंजिल बदले या बदले वक़्त , हम तो हमारा मुकाम जरूर पायेंगे, जो समझते है खुद को बादशाह, उसे एक दिन तो, हमारे दरबार मे जरूर नचाएंगे..!! BHAGI JAT
Wo Meri Jindgi Mai Aayi Sirf Ye Batane, Ke Dekh Akele Kaise Jiya Jata Hai..!!